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Valentine Day 2024 : आखिर क्यू मनाया जाता हैं Valentine’s Day जाने इसके पीछे छुपे राज

Valentine’s Day 2024 : आज वैलेंटाइन डे है और इस मौके पर हम आपको प्यार पर एक ऐसा विशेषण दिखाएंगे जिसमें ब्लैक भी है और व्हाइट भी है। हमारे देश में वैलेंटाइन डे का दिन साल के सबसे बड़े उत्सवों में से एक होता है। 14 फरवरी हमारे देश के युवा पीढ़ी को हमेशा याद रहता है। दिवाली कब है शायद याद नहीं होगा दशहरा कब है याद नहीं होगा कोई और दूसरे त्यौहार या मुख्य जो है वह भूल जाएंगे लेकिन 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे होता है ये हमारे देश का हर युवा जानता है। लेकिन हमारे युवा पीढ़ी को शायद आज भी यह पता नहीं होगा कि वैलेंटाइन डे मनाया क्यों जाता है। इसलिए सबसे पहले आपको इसी के बारे में बताते हैं। ताकि युवा पीढ़ी की जानकारी थोड़ी दुरुस्त हो सके। तो चलिए आज के इस शानदार आर्टिकल की शुरुआत करते हैं।

Valentine's Day 2024
Valentine’s Day 2024

Valentine’s Day 2024

तो वैलेंटाइंस डे को लेकर मुख्य तौर पर एक कहानी सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। जिन में प्राचीन रोम के एक पादरी से जुड़ी है आप उन्हें पादरी कह सकते हैं। फादर कह सकते हैं या सेंट कह सकते हैं जिनका नाम था वैलेंटाइन यानी वैलेंटाइन असल में प्राचीन रोम के एक मशहूर संत और पादरी थे। जिन्हे सेंट वेलेंटाइन कहते थे और उन्हें आज ही के दिन वर्ष 269 में फांसी की सजा दी गई थी। और यह दिन उन्हें को समर्पित है। असल में उस समय रोमन साम्राज्य के एक मशहूर शासन और राजा थे जिनका नाम था क्लॉडियस। क्लॉडियस द सेकंड और वह जमाने में रोमन साम्राज्य यूरोप के दूसरे साम्राज्यों के साथ युद्ध लड़ रहा था। और इन युद्ध के दौरान ही जो राजा क्लॉडियस द सेकंड थे उन्हें ऐसा लगा कि उनके जिन सैनिकों की शादियां हो चुकी है ऐसे सैनिक युद्ध क्षेत्र में पूरी वीरता के साथ नहीं लड़ते।

यानी जो शादीशुदा सैनिक है वह युद्ध के मैदान में वीरता के साथ नहीं लड़ रहे हैं। क्योंकि उन्हें कहीं ना कहीं यह डर होता है कि अगर वह युद्ध में लड़ते हुए मारे गए तो उनकी पत्नियों का क्या होगा इस बात से परेशान होकर प्राचीन रोम के इस राजा ने युद्ध कल के दौरान लोगों के शादी करने पर ही प्रतिबंध लगा दिया। लेकिन एक पादरी के तौर पर सेंट वेलेंटाइन ने ऐसा महसूस किया यह फैसला लोगों के साथ एक अन्याय है। और इसीलिए उन्होंने तय किया कि जो लोग एक दूसरे से सच्चा प्यार करते हैं। वह उन लोगों की गुपचुप तरीके से शादी करवाएंगे और उन्होने ऐसा किया भी लेकिन बाद में जब राजा को इसकी खबर मिली तो उन्होंने वैलेंटाइन को गिरफ्तार करने का आदेश दे दिया।

कब से शुरु हुआ Valentine’s Day

और इस दौरान उन्हें जेल में फांसी की सजा सुना दी गई। और ऐसा कहा जाता है कि जब वैलेंटाइन जेल में थे तब उनकी जेलर की बेटी से काफी गहरी दोस्ती हो गई और फांसी की सजा से पहले उन्होंने इस लड़की को एक खास चिट्ठी लिखी थी जिस पर आखरी में उन्होंने लिखा था फ्रॉम योर वेलेंटाइन यानी तुम्हारे वैलेंटाइन की तरफ से एक संदेश। 14 फरवरी 279 को जब वैलेंटाइन को फांसी हुई थी। भारत का इतिहास और भारत की संस्कृति में तो ऐसा कभी कुछ हुआ ही नहीं शादी के बंधन को सबसे पवित्र बंधन माना गया है। और इसे सात जन्मों का रिश्ता कहा जाता है। लेकिन इसके बावजूद हम वैलेंटाइंस डे मनाते हैं। जो की एक ऐसा त्यौहार है जो यह बताता है कि जब प्राचीन रोम में लोगों की शादियां नहीं हो पाती थी तो इसके लिए वैलेंटाइन ने अपनी कुर्बानी दी थी।

रोमियो और जूलियट प्रेम कथा

भारत की संस्कृति इससे बिल्कुल अलग थी और अलग है लेकिन फिर भी हम इस वैलेंटाइन’एस डे को उतनी ही ऊर्जा के साथ मनाते हैं। जितना कि पश्चिमी देशों में इसे मनाया जाता है वैसे आज भी जब कभी सच्चे प्यार की मिसाल दी जाती है तो इसके लिए रोमियो और जूलियट की प्रेम कहानी का जिक्र किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह प्रेम कहानी असल में विलियम शेक्सपियर नहीं लिखी थी। और उन्होंने एक बार कहा था कि आप प्यार को ढूंढने यह अच्छी बात है लेकिन आपके बिना खोजे प्यार मिल जाए तो यह सबसे बेहतर है। लेकिन आज के इंटरनेट के इस युग की सच्चाई है कि अब पूरी दुनिया में प्यार ढूंढना पड़ता है। और यह बिना खोजे बहुत कम लोगों को ही मिल पाता है और प्यार आप उठाते कैसे हैं कि आज हम आपको बताएंगे इंटरनेट पर ढूंढते हैं डेटिंग वेबसाइट पर ढूंढते हैं या फिर सोशल मीडिया पर ढूंढते हैं असल में आज के इंटरनेट वाले युग ने सच्चे प्यार के मायने और इसकी परिभाषा को पूरी तरह बदल दिया है।

कहां मिलता हैं सच्चा प्यार

और आप में से बहुत सारे लोग आज हमारे इस बात से शायद सहमत होंगे कि जब इंटरनेट नहीं आया था इस दुनिया में तब लोगों के पास अपने सच्चे प्यार को खोजने के तरीके बहुत ही लिमिटेड होते थे। या होते ही नहीं थे और पहले प्यार की जो रेंज होती है वह बहुत ही सीमित हुआ करती थी। पहला प्यार आपको अपना कहां मिलता था बाजार में घर के आसपास बाजार में मिलता था स्कूल में या कॉलेज में मिलता था या फिर जहां आप काम करते हैं दफ्तर में मिलता था या बस और ट्रेन में मिलता था या फिर आपके किसी दोस्त या रिश्तेदार या परिवार में किसी की शादी है तो शादियों में भी कई बार इस तरह की मुलाकातें हो जाती थी।

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